Vipassana Centre
विपश्यना भारत के साथ-साथ पूरे विश्व के 205 विपश्यना केंद्रों में सिखाई जाती है।
सबसे अधिक भारत में 90 विपश्यना केंद्र हैं।
विपश्यना सीखने के लिए केंद्रों में ठेहरने व भोजन की उपयुक्त व्यवस्थाएँ रहती हैं।
शिविर की अवधि के लिए अपने साथ पर्याप्त स्वच्छ कपड़े (जिसमे बैठने में आसानी हो), अलार्म घड़ी, टॉर्च, छाता, स्नान साबुन, कपड़े का साबुन, मच्छर दानी/क्रीम व चप्पल ध्यान से रख लें। साथ ही एक आई∘डी∘(जैसे आधार कार्ड, पासपोर्ट आदि) ज़रूर रखें।
केंद्र में मनोरंजन के उपकरण (जैसे रेडियो, म्यूज़िक सिस्टम आदि), किसी भी प्रकार की खाद्य सामग्री (जैसे फल, चिप्स, स्नैक्स, ड्राई फ्रूट्स आदि), नशीले पदार्थ, कैमरा, किताबें, पूजा-पाठ से सम्बंधित सामग्री लेकर न जाएँ। अगर अनजाने में ये सामान आपके साथ है तो केंद्र में जमा करा दें।
यदि आप दवाई पर हैं, तो कृपया डॉक्टर के पर्चे और पर्याप्त दवाएँ ध्यान से रख लें।
कुछ केंद्रों में या उसके आस-पास कोई अस्पताल या अन्य चिकित्सा सुविधा सुलभ न होने के कारण आपातकालीन स्थिति में तत्काल सहायता प्राप्त करवा पाना संभव नहीं होता, इसलिए आवेदक, किसी भी गंभीर बीमारी के साथ, शिविर में आने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
महत्वपूर्ण: विपश्यना शिविर की समय सारिणी को ध्यान में रखते हुए, शिविर में शामिल होने से 3-4 दिन पहले सुबह जल्दी जागने का अभ्यास मददगार हो सकता है।
विपश्यना केंद्र में व्यवस्था शहर और स्थान के साथ भिन्न हो सकती है।
केंद्र की जानकारी, शिविर में सम्मलित होने व उसके आरक्षण या अन्य संबंधित विवरण के लिए www.dhamma.org पर जाएं।
केंद्र में व्यवस्था (देहरादून केंद्र 2017 के आधार पर)
निवास व्यवस्था:- महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग क्षेत्र व आवास
- एक कमरे में दो व्यक्तियोँ की रहने की व्यवस्था होती है। इसके अलावा, यदि आप एक-दूसरे को जानते हैं, तो प्रबंधन आपको एक ही कमरे में रहने की अनुमति नहीं देगा।
- इस बीच अगर आप अपने साथ कुछ ज़रूरी सामान साथ लाना भूल गए है तो आप अगले दिन(शिविर का पहला दिन) सुबह उन सामानो की सूचि भोजन गृह में रखे रजिस्टर में लिख दें, शिविर प्रबंधक सामान खरीद कर आपको दे देंगे और अंतिम दिन आप उनको पैसे दे सकते हैं।
- नाश्ता: एक गिलास दूध, एक फल व दलिया/ढोकला/इडली आदि
- दोपहर का भोजन: चावल, दाल, रोटी, सलाद, दही आदि
- शाम का नाश्ता: एक गिलास दूध, एक फल व मुर्मुरा/टोस्ट आदि (पुराने साधको के लिए केवल निम्बू पानी)
- पहले दिन केंद्र तक पहुंचने के लिए बस(Bus) की व्यस्था रहती है, सारे साधक बस-व्यवस्था के दिए गए पते/पतों पर पहुँच कर बस से एक साथ शिविर पहुँच सकते हैं। बस के किराये(अपना-अपना) का भुगतान साधक को स्वयं करना होगा।
- इसी प्रकार अंतिम दिन भी बस की व्यवस्था रहती है। यह बस केंद्र से शहर के भीतर कुछ मुख्य स्थानों(विशेष रूप से रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड) पर जाती है। बस के किराये(अपना-अपना) का भुगतान साधक को स्वयं करना होगा।
- बस की सेवा लेना ज़रूरी नहीं है, साधक स्वयं के साधन से भी केंद्र पहुंच सकता है। पार्किंग की व्यवस्था की जानकारी पहले से ही फ़ोन/ईमेल के द्वारा केंद्र-प्रबंधक से ले लें।
- आपको अपने कमरे व शौचालय की साफ़-सफाई का ध्यान स्वयं रखना होगा
- नौकर, धोबी आदि जैसी कोई व्यवस्था नहीं रहेगी
- आदेशनुसार रात 9:30 पर बत्ती-बंद कर दी जाएगी
यदि आपको केंद्र, शिविर-प्रबंधन या अन्य सम्बंधित कोई शिकायत है तो उसे भोजन-कक्ष में रखे रजिस्टर में लिखें, आपकी शिकायत दूर की जाएगी। अगर फिर भी आपकी शिकायत पर अनदेखी होती है तो धम्म सेवक-सेविकाओं से अपनी शिकायत साझा करें।
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