Day Zero
इस दिन साधक को शिविर में पहुंचना होता है. शिविर में साधक का पंजीकरण, कक्ष आवंटन व अन्य औपचारिकताएं पूरी की जाती है. मोबाइल फ़ोन, किताब आदि व आपका कीमती सामान जमा कर लिया जाता है, और शिविर समाप्त होने पर आपको ये सारा जमा सामान वापस कर दिया जाता है.
समय सारणी का विशेष ध्यान रखते हुए समय पर स्वागत-जलपान होता है. उसके बाद आपको शिविर के नियम, अनुशासन व शिविर में रहते हुए आपको जिन निर्देशों का पालन करना उससे अवगत कराया जाता है.
इसके बाद ध्यान कक्ष(धम्म हॉल) में लघु अवधि का ध्यान होगा जिसमें अगले दिन क्या करना है शामिल है.
ध्यान दें: इस बीच अगर आप अपने साथ कुछ ज़रूरी सामान साथ लाना भूल गए है तो आप अगले दिन(शिविर का पहला दिन) सुबह उन सामानो की सूचि भोजन गृह में रखे रजिस्टर में लिख दें, शिविर प्रबंधक सामान खरीद कर आपको दे देंगे और अंतिम दिन आप उनको पैसे दे सकते हैं.
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